प्राकृतिक और कृत्रिम प्रकाश सही दिशा और संतुलन के साथ आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा (प्राण) को बढ़ाता है। नीचे दिए गए टिप्स वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रकाश व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
पूर्व या उत्तर दिशा की खिड़कियाँ सर्वोत्तम हैं। यदि ये संभव न हों, तो छज्जे (skylights) और दर्पणों से प्रकाश को अंदर लाएँ।
धूल या भारी पर्दे प्रकाश को अवरुद्ध करते हैं — पारदर्शी पर्दे और साफ़ खिड़कियाँ सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बनाए रखती हैं।
दीवारों और फर्नीचर में सफ़ेद, क्रीम जैसे रंग प्रकाश को प्रतिबिंबित करते हैं और वातावरण को उज्जवल बनाते हैं।
रूम के केंद्र में या आग्नि कोण (दक्षिण-पूर्व) में प्रकाश रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
वर्कस्पेस में तेज़, और बेडरूम/लिविंग एरिया में नरम/वार्म लाइटिंग उपयोग करें; दिन के अंत में संतुलन बनाए रखें।
ओवरहेड रोशनी, टास्क लाइट, एक्सेंट लाइट के संयोजन से ऊर्जा संतुलन बेहतर होता है; डिमर का भी उपयोग करें।
टूटी या जलती-बुझती लाइट ऊर्जा को बाधित करती है — इन्हें तुरंत बदलें।